पर्यावरण प्रेनी के पर्याय किशोरजी खीमावत की स्मृति में नीम वृक्षारोपण मानवता के मसीहा को याद करते हुए किसी का गला भर आया तो किसी की आंखें मुंबई : महान पर्यावरणसेवी स्व. किशोरजी खीमावत को मारवाड़ क्षेत्र की विभिन्न प्रमुख संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने उनके निवास स्थान पर नीम के वृक्ष लगाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। गोडवाड़ पर्यावरण संरक्षण समिति द्वारा श्री खीमावत की दसवीं पुण्यतिथि पर आयोजित इस कार्यक्रम में श्रीमती बसंतीदेवी खीमावत के हाथों से पहला पौधा रोपा गया। समिति की संयोजक ज्योति श्रीपाल मुणोत ने कहा कि श्री खीमावत ने अपने जीवनकाल में लगभग 20 लाख से अधिक नीम के वृक्ष लगाए हैं। हमारी ओर से उनकी पर्यावरण परंपरा को आगे बढ़ाने की दिशा में यह छोटा-सा प्रयास है। वृक्षारोपण से पूर्व श्री खीमावत के प्रति अपने उदगार प्रकट करते हुए वक्ताओं का गला भर आया एवं कुछ की आंखों से अश्रुधारा बह चली थी। वालकेश्वर स्थित ओम विकास टॉवर में खीमावत की दसवीं पुण्यतिथि पर उनकी स्मृति में इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए गोड़वाड़ के प्रमुख समाजसेवी
जिंदगी पर बढ़ रहा है खतरा, मुंबई के पर्यावरण पर बुरा असर समुद्र का जलस्तर बढ़ने से पानी में डूबा हुआ दिखेगा शहर: ज्योति मुणोत मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई का पर्यावरण आनेवाले कुछ सालों में ज्यादा खतरनाक हो जाएगा। बारिश का पानी हर साल मुंबईवालों के जीवन पर खतरा बनता है, लेकिन ग्लोबल वॉर्मिग की वजह से लगातार बढ़ रही गर्मी भी इस साल और भीषण होगी। गोड़वाड़ इलाके में पर्यावरण संरक्षण पर काम कर रही ज्योति मुणोत के मुताबिक आनेवाले कुछ सालों में जनजीवन पर खतरे के मामले में मुंबई ज्यादा खतरनाक शहर होगा और पर्यावरण की दृष्टि से बेहद संवेदनशील भी। श्रीमती मुणोत ने ग्लोबल वॉर्मिग की वजह से कुछ साल बाद मुंबई के पानी में डूबने का खतरा भी जताया है। मुंबई में औद्योगिक इकाइयां व उत्पादन घटने से इंडस्ट्रियल व केमिकल प्रदूषण पहले के कम होने की जानकारी देते हुए पर्यावरणसेवी श्रीमती मुणोत ने कहा कि मुंबई में बेहद गंदगी की वजह से रोजमर्रा की जिंदगी पर खतरा पहले से ज्यादा बढ़ा है। कचरा, गंदगी, सीवरेज, प्रदूषित पानी के कारण खानपान के पौष्टिक तत्वों पर पर्यावरण का खतरा बढ़ता ज